रबारी समाज का ऐतिहासिक है सारणेश्वर महादेव का मेला
RABARI SAMAJ KA AANOKHA H YE MELA
पाली, जालोर, सिरोही से पहुंचे समाजबंधु सारणेश्वरजी के मेले में सिरोही, जालोर पाली जिले से हजारों की तादाद
में समाज बंधुओं ने भाग लिया। देवासी समाज की धर्मशाला में रातभर भजन कीर्तन
का दौर चला। सारणेश्वर मंदिर परिसर से लेकर मेला स्थल तक देवासी समाज के
लोगों का जमावड़ा रहा। समाजबंधुओं ने आराध्यदेव सारणेश्वर भगवान को चूरमे
का भोग लगाया। महिलाओं ने हाथ को चूमकर रिश्तेदारों का अभिवादन किया।
देव झूलनी एकादशी से शुरू हुए दो दिवसीय सारणेश्वर मेले का समापन बुधवार
को हुआ। दूसरे दिन दूसरे दिन जिलेभर से हजारों की तादाद में श्रद्धालु
पहुंचे। मंगलवार की रात देवासी समाज के नाम रही और रातभर मंदिर परिसर में
सारणेश्वर के जयकारे गूंजते रहे। सवेरे से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम
शुरु हो गया था और दोपहर तक मंदिर परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई। दिनभर
मंदिर में भजन-कीर्तन आदि धार्मिक कार्यक्रम चले। रेबारी समाज की महिलाओं
ने गीत गाकर लूर लेकर सारणेश्वर महादेव के प्रति अगाध श्रद्धा का परिचय
दिया। हर साल देवझूलनी एकादशी को इस मेले का आयोजन होता है। जिसमें पहले
दिन देवासी समाज के लोग शामिल होते हैं। मेले की खासियत यह है कि इसमें
समाज के लोग एक दूसरे से मुलाकात करते हैं। हाल चाल जानते हैं। जब मिलते
हैं तो एक दूसरे का हाथ चूमकर स्नेह प्रकट करते हैं और जो परिवार में बड़ा
होता है उससे आशीर्वाद लेते हैं। परंपराओं के इस मेले में ऐसे भी नजारे
देखने को मिलते हैं जब बड़े को देखते ही छोटे उसका आशीर्वाद लेने दौड़
पड़ते हैं।
सम्मेलन में दिया एकजुटता पर जोर : सारणेश्वरमेले के दूसरे दिन रेबारी
समाज धर्मशाला में समाज के वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें समाज
के विकास और एकजुटता पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि समाज में शिक्षा
का प्रचार-प्रसार बहुत जरूरी है। शिक्षा के बिना विकास संभव नहीं है।
खासतौर पर बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। वक्ताओं ने
कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को खत्म करना बेहद जरूरी है। कुरीतियों
के कारण समाज आगे नहीं बढ़ पाता है। समय के साथ बदलाव होने से समाज तरक्की
करेगा।
भाईयों ने म्हारा राम-राम के साथ विदाई :
बुधवार को सम्मेलन की समाप्ति
के साथ देवासी समाज के लोग यह कहते हुए लौट गए ...बोली-चाली रा गुनाह माफ,
भाइयों ने म्हारा राम-राम रे। इधर, सवेरे रेबारी समाज धर्मशाला में सम्मेलन
का आयोजन किया गया, जिसमें समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार और कुरीतियों
को खत्म करने पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में तीर्थगिरी महाराज, गोपालन
राज्य मंत्री ओटाराम देवासी, पूर्व विधायक रतनदेवासी, अध्यक्ष खेमराज देसाई, नारायण देवासी, गोमाराम देवासी, लालाराम जी देवासी, भावेश देवासी, मोटाराम देवासी, भूपेंद्र देवासी , रेबारी समाज
कल्याणकारी संस्था के अध्यक्ष भूपत देसाई समेत समाज के पंच पटेल मौजूद थे।
रातभर रही चहल पहल
शहरसे करीब तीन किलोमीटर दूर सारणेश्वरजी मंदिर में आयोजित मेले के
कारण सिरोही में भी रातभर चहल पहल बनी रही। दूर दूर से मेले में शरीक होने
पहुंच रहे देवासी समाजबंधुओं के कारण रातभर शहर में चहल पहल बनी रही। मेला
स्थल पर अस्थाई बाजार सजाया गया था। जहां, खाने पीने की वस्तुओं के अलावा
खिलौने श्रृंगार की स्टॉल लगी थी। झूले चकरी आकर्षक का केंद्र रहे।
सिरोही. देवझूलनी एकादशी से शुरू हुए दो दिवसीय सारणेश्वर मेले का
समापन के दूसरे दिन दूसरे दिन जिलेभर से हजारों की तादाद में श्रद्धालु
पहुंचे।
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